तालेड़ा तीन धार में स्थित है श्रीयादे माता का भव्य मंदिर

    राजस्थान हाडोती संभाग के बूंदी जिला के तालेड़ा तीन धार श्रीयादे माता मंदिर प्रजापति कुंभकार समाज की ऐतिहासिक धरोहर है|

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    तालेड़ा में स्थित श्री श्रीयादे माता मंदिर।

    प्रजापति मंथन : बूंदी। दिनांक 24 जून सन 2014 में मई माह में कोटा संभाग के बूंदी जिले के तालेड़ा तीन धार नदी के किनारे स्थित भव्य श्रीयादे माता मंदिर का विशाल प्रांगण में स्थापना की गई थीl जो हाडोती की शान है इस मंदिर का निर्माण श्री यादे प्रजापति कुम्हार सेवा संस्थान तालेड़ा द्वारा बूंदी जिला के प्रजापति कुंभकार समाज के कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया हैl l जिसमें तालेड़ा तीन धार के आसपास के 17 ग्राम प्रजापति समाज का महत्वपूर्ण योगदान है जिसमें ग्राम तालेड़ा “खेड़ला “बरूधन” अकतासा “तुलसी “सीतापुरा” लक्ष्मीपुरा “बरवाडीया “जमीतपुरा “सीतापुरा जरखोदा”अलकोदिया “खेतोंधा “मानपुरिया सादड़ी” रामतून” मादड़ी ‘खुराड आदि गांव का मुख्य रूप से है।

    श्री यादे प्रजापति कुम्हार सेवा संस्थान के कार्यकारिणी सदस्यों ने शुरुआत में मंदिर निर्माण हेतु कोटा संभाग के गांव गांव कस्बों में समाज के घर घर जाकर आर्थिक सहयोग लेकर मंदिर की स्थापना की थी l श्रीयादे माता जयंती के अवसर पर मई माह में 2014 को श्री यादे माता जी की विधिवत रूप से मूर्तियों की स्थापना विशाल भंडारा शोभायात्रा निकालकर की गई थीl जिसमें हजारों महिलाओं पुरुषों ने भाग लेकर मंदिर उद्घाटन में भाग लिया था lमंदिर में जब से अखंड ज्योत प्रज्वलित की गई थी जो लगातार आज भी जल रही हैl

    मंदिर में लगी श्री यादे माता की प्रतिमा।

    जब से यहां पर प्रतिवर्ष श्रीयादे माता की भव्य विशाल रूप से जयंती का आयोजन किया जाता है विशाल शोभायात्रा एवं भंडारे मैं कोटा संभाग के हजारों समाज बंधु माता बहने भाग लेकर पूरे आयोजन को सफल बनाती है।

    श्रीयादे माता सेवा संस्थान के द्वारा मंदिर स्थापना के बाद सदस्य शुल्क 3500 के समाज के सदस्य के रूप में प्रतिवर्ष लिया जाता हैl जिसके आज 300 सदस्य हैं इस प्रांगण में जो शुरुआत में डेढ़ बीघा थाl प्रतिवर्ष प्रजापति सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित करके जो उससे आय राशि बचत होती हैl उससे मंदिर का विकास हो रहा है और उसी बचत राशि से मंदिर समिति ने आसपास स्थित खेत लेकर इसका प्रांगण 5 बीघा का कर दिया है lऔर उसी बचत से पूरे 5 बीघा में बाउंड्री वॉल करवा कर उसकी सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैंl और अन्य निर्माण करवाया गया है l यहां पर जो भी सामाजिक कार्यकर्ता काम करते हैं वह सभी अपने आपको अध्यक्ष समझ कर नीस्वार्थ भाव से काम करते हैं जिससे इस मंदिर का विकास बहुत जल्दी हो गया l

    तीनधारा नदी के किनारे आसपास हरियाली के बीच स्थितश्री श्रीयादे माता मंदिर स्थल धीरे-धीरे कोटा संभाग के प्रजापति कुंभकार समाज के लिए ही नहीं आसपास गांव एवं कोटा बूंदी जिला में रहने वाले लोगों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र बन गया है एवं पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हो रहा हैl हम बूंदी जिले के प्रजापति कुंभकार समाज के सभी कार्यकर्ताओं बंधुओं जिन्होंने दिन रात एक कर मेहनत कर के निस्वार्थ भाव से श्रीयादे माता मंदिर का निर्माण करवाकर नई युवा पीढ़ी को हमारी सांस्कृतिक दिव्य शक्ति का परिचय करवाने के लिए जो स्थान उपलब्ध कराया उसके लिए हम तहे दिल से हार्दिक आभार प्रकट कर धन्यवाद ज्ञापित करते हैंl एवं समस्त कार्यकारिणी के सदस्यों का वंदन अभिनंदन वंदन करते हैंl