सब्जी वाले का बेटा जिले में 12वीं रैंक हासिल कर बना शिक्षक

विपरीत परिस्थितियों के बाउजूद कडी मेहनत कर हासिल की सफलता

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प्रजापति मंथन : अकलेरा/झालावाड़। मेहनत की जाए तो सफलता जरूर मिलती है इस बात को सही साबित कर दिखाया झालावाड़ जिले के अकलेरा कस्बे के भूपेंद्र कुमार पोटर ने। जीवन में विपरीत परिस्थितियों के बाद भी सफलता हासिल करने वाले लोग दुसरे के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनते है।

ऐसा ही उदाहरण नगर में देखने को मिला। यहां माता पिता ने सब्जी बेचकर बेटे को पढ़ाया तो उसने भी मेहनत की ओर बेहतर मुकाम हासिल किया। नगर निवासी भूपेंद्र कुमार पोटर पुत्र दुर्गालाल ने अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022-23 में आयोजित रीट परीक्षा में स्टेट लेवल पर 754 वीं रैंक तथा जिले में 12 वीं रैंक हासिल की।

कामखेड़ा के पास देवरी जागीर में शिक्षक के रूप में पद स्थापन मिला है। उसने सफलता का श्रेय माता-पिता के साथ ही गुरूजनो को दिया है। भूपेंद्र कोरोना काल व विपरीत परिस्थितियों के कारण 2018 की भर्ती परीक्षा से वंचित हो गया था। उसके बाद मेंहनत की तो सफलता मिली।

भूपेंद्र का कहना है कि परिवार की परिस्थितियां एसी नही थी कि पढ़ाई पुरी हो सके। बीएससी कोटा से व बीएड नवलगड़ से की भूपेंद्र ने बताया की माता-पिता के सब्जी बेचने के काम में वह मदद करता था। वहीं घर में ट्युशन पढ़ाकर अपनी पढ़ाई का खर्च निकालता था।

पिता की अक्सर तबियत खराब होने से उनकी माली हालत हमेशा तंग रहती है। भूपेंद्र के माता- पिता का कहना है कि बेटे की शिक्षक के रूप में नोकरी लगने पर मां सुगन बाई के आंख से आंसू निकल पड़े। दोनो माता-पिता महज साक्षर है। परिवार मे अभी तक किसी की सरकारी नोकरी नही लगी है।