प्रजापति मंथन : झालावाड़
कन्या भ्रूण हत्या नियंत्रण और बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए कन्याकुमारी से दिल्ली तक की पैदल यात्रा कर रहे सीएम जंकाली का जगह-जगह स्वागत किया जा रहा है। सीएम के मध्यप्रदेश के आगर जिले में पहुंचने पर वहाँ के प्रजापति समाज के लोगों ने उनका स्वागत किया एवं उनके द्वारा किये जा रहे कार्य की सरहना की।
सीएम जंकाली पैदल यात्रा करते हुए मध्यप्रदेश के आगर जिले से सुसनेर पहुंचे वहाँ से सोयत होते हुए झालावाड़ के झालरापाटन में रात्रि विश्राम किया। इस दौरान सोयत में 22 नवंबर को रात्रि विश्राम किया जहाँ पर प्रजापति समाज के द्वारा स्वागत किया गया वहीं अगले दिन 23 नवम्बर डौंगरगाँव में प्रजापति समाज के लोगों ने चौराहे पर स्वागत किया इसके पश्चात रायपुर में प्रजापति समाज के द्वारा स्वागत किया गया।
झालरापाटन पहुँचने पर यहाँ के लोगों ने फूल मालाओं से उनका स्वागत किया एवं धर्मशाला में उनके ठहरने की व्यवस्था की। यहाँ पर प्रजापति समाज के द्वारा सामूहिक चाक पूजन का आयोजन किया गया जिसमें सीएम जंकाली के आथित्य में चाक का पूजन किया गया।
सीएम जंकाली से प्रजापति मंथन के संपादक ने उनकी यात्रा के उद्देश्य को लेकर चर्चा की जिसका विडियो साथ में दिया गया है। जो हमारे यूट्यूब चैनल पर भी उपलब्ध है।
चर्चा के दौरान जंकाली ने बताया कि उनका उद्देश्य माँ के पेट में पल रहे भ्रूण को डिजिटल कोड जारी करवाकर भ्रूण हत्या को रोकना है। और इस डिजिटल कोड के द्वारा बच्चे की पूरी जानकारी को प्रशासन के पास सुरक्षित रखना है। तथा बिना किसी देरी के बच्चे को कही सही समय पर उपलब्ध करवाना है। जैसे माँ के पेट में बच्चे को डिजिटल कोड मिल गया। उसके बाद उस कोड से उसकी डिलीवरी की जानकारी सरकार को स्वत: मिल जायेगी। अगर उस बच्चे की माँ किसी भी सरकारी अस्तपाल में डिलीवरी करवाने नहीं गई तो उसकी जानकारी भी सरका के पास रहेगी। और वह किसी हॉस्पीटल में डिलीवरी करवाने जाती है तो उसकी जानकारी भी सरकार के पास सीधे पहुंच जाएगी। इसी प्रकार बच्चे के टीकों की जानकारी, बच्चे के स्कूल में नामांकन की जानकारी, बच्चे के बालिग होने की जानकारी आदि सभी जानकारियाँ उस कोड के माध्यम से सरकार के पास हमेशा उपलब्ध रहेगी।
उन्होंने बताया कि सरकार उनके बनाये प्लान के अनुसार इसे लागु कर देती है तो देश में 90 प्रतिशत क्राईम बंद हो जायेंगे। क्योंकि सभी का पूरा डेटा सरकार के पास रहेगा। और सरकार के कर्मचारी बैठे-बैठे ही प्रत्येक व्यक्ति पर निगाह रख सकेंगे।
इस मांग को मानने की गुहार लगाने के लिए प्रधानमंत्री से मिलने कन्याकुमारी से दिल्ली तक पैदल जा रहें है। इन्हें पुरा विश्वास है कि इनके दिल्ली पहुंचने पर इनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से होगी और वे इनकी इस मांग को अवश्य पुरा करेंगे।
इससे कन्या भ्रूण हत्या पर नियंत्रण, माता-पिता की उपेक्षा से बच्चों की सुरक्षा, बच्चों की बिक्री पर नियंत्रण, बच्चों की चोरी, अनिवार्य शिक्षा, बाल श्रम पर नियंत्रण, बाल विवाह पर नियंत्रण, अनिवार्य विवाह पंजीकरण आदि कई प्रकार की बुराईयों पर रोक लग सकेगी।
अपने बात को सरकार तक पहुंचाने का इन्होंने कई बार प्रयास किया। ये पिछले दस साल से अपने यहाँ की राज्य सरकार को इस परियोजना के बारे में बता चुकें है। पर उन्होंने इस बारे में कोई रिपोर्ट केंद्र सरकार को नहीं भेजी और राज्य के संसद सदस्यों से इस मामले को मानसून सत्र में रखने का अनुरोध किया गया था लेकिन उन्होंने भी इस और ध्यान नहीं दिया।
इसके पश्चात इन्होंने स्वयं दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर इस बात को रखने की ठानी और 24 सितंबर 2023 से कन्याकुमारी से अपनी यात्रा प्रारम्भ की है।